धन्य छाँ तुम किलैकि जब मनखि का पुत्र का बाना लोग तुम बटि नफरत करला, अर अपणा बीच मा बटि तुमरो तिरिस्कार करला। इख तक की ऊ तुमतै बदनाम करला, अर तुमरो नौ खराब कैरिके तुमतै दूर करला।
किलैकि लोग तुमतै प्रार्थना भवन बटि निकाळि द्याला। इथगा ही ना, बल्किन इन बगत औणु वळु च, कि जु कुई भि तुमतै जान से मरलु उ इन समझालु, कि इन कैरिके उ परमेस्वर की ही सेवा कनु च।
अर यों बातों तैं मिन तुम मा इलै बोलि, ताकि मि मा बणयूं रै के तुमतै शान्ति मिलु। ईं दुनियां मा त तुम पर मुसीबतों न औण, पर तुम हिम्मत रखा किलैकि ईं दुनियां तैं मिन जीतयाली।”
अर यू देखि के पतरस न ऊं लोगु कू बोलि, “हे इस्राएल का लोगु, तुम ये काम तैं देखि के किलै ताजुब कना छाँ? अर टक लगै के हमतै इन किलै दिखणा छाँ? तुम त इन दिखणा छाँ जन कि हम लोगु न ये मनखि तैं खुद की ताकत अर भक्ति की वजै से खूब कैरी हो।
हे बिस्वासघात करण वळा लोगु, क्या तुम नि जणद्यां, कि दुनियां की बुरी बातों से प्यार करण को मतलब, परमेस्वर बटि नफरत करण च? इलै जु कुई ईं दुनियां की बुरी बातों से प्यार करदु, उ खुद अफ तैं परमेस्वर को दुसमन बणै देन्दु।
पर वे स्वर्गदूत न मिकू बोलि, “तू हैरान किलै होणी छैई? मि त्वेतै वीं जनानि का राज का बारा मा बतौलु, अर वे दैंत का राज का बारा मा भि बतौलु जैका सात मुण्ड़ अर दस सींग छिन।