1 कुरिन्थि 9:8 - Garhwali8 अर यू सब बात त मि दुनियां मा होण वळी बातों का मुताबिक ही नि बोन्नु छौं, बल्किन मा परमेस्वर का नियम-कानूनों मा भि हमतै या ही शिक्षा मिलदी, အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम8 मि मनिख्युं की व्यवस्था का अनुसार यु बातों तैं नि बुल्णु छों। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर पिता परमेस्वर की बात तुमरा समझ से भैर छिन, इलै मि तुमतै या बात बतौण चान्दु, कि पैलि तुमुन खुद तैं ईं दुनियां का गळत कामों अर वेका विचारों खुणि खुद तैं वेका सुपुर्द कैरिके रख्युं छौ इलै तुम वेका गुलाम बणि गै छा। मगर अब मि तुम से बिन्ती करदु कि तुम परमेस्वर की सच्चै खुणि खुद तैं वेका सुपुर्द कैरी द्या, ताकि तुम वेका सेवक बणि के पवित्र लोग बणि सैका।
अर जब हम तुमरा पास अयां, त तुमुन परमेस्वर का वचन तैं स्वीकार कैरी। अर वे वचन तैं मनखि को वचन नि समझि, बल्किन मा परमेस्वर को वचन समझि के अपणा जीवन मा स्वीकार कैरी। इलै ईं बात का खातिर हम लगातार परमेस्वर को धन्यवाद करद्यां। अर या बात सच्च च, किलैकि यू वचन सच्चि मा परमेस्वर को ही वचन च जु की तुम बिस्वासी लोगु का बीच मा काम कनु च।