1 कुरिन्थि 9:27 - Garhwali27 अर मि अपणा सरील तैं अपणा वश मा रखदु, अर अपणी इच्छा तैं भि अपणा वश मा रखदु। अर इन मि इलै करदु ताकि कखि इन नि हो कि मि सभ्यों तैं पार लगै द्यो अर खुद ही छुटी जौं। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम27 मि अपड़ा देह तैं काबू मा करदु, कि मि येकी बुरी अभिलाषाओं का अनुसार नि चलूं, कखी इन नि हो, कि मि जु दूसरों तैं शुभ संदेश कु प्रचार करदु, अफी ईनाम नि पौं। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर हरेक उ मनखि जु दौड़ मा सामिल होण चान्दु, पैलि उ भौत मेनत करदु अर अपणी हरेक इच्छा तैं मरदु अर यू सब कुछ त उ जीतणु खुणि करदु, ताकि उ जीत का इनाम तैं पै सैको जैन एक दिन नास ह्वे जाण। मगर मि तुमतै बतै देन्दु कि हम बिस्वासी लोग सब कुछ पिता परमेस्वर खुणि करद्यां अर हमतै इन्द्रयो इनाम मिलण जैको नास कभि नि होण।