1 कुरिन्थि 5:2 - Garhwali2 अर तुम ईं बात पर बड़ु मोन करद्यां, जब कि तुमतै दुखी होण चयेणु छौ। अर जै आदिम न यू काम कैरी, वेतैं त तुमरा बीच मा बटि बेदखल कर देण चयेणु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम2 तुम तैं बल्कि दुःख बट्टी भुरे जांण चयणु च अर वे आदिम तैं जैल इन काम कैरी, वे तैं मण्डलि बट्टी भैर निकाली दींण चयणु च पर यांका बजाय तुम और भि जादा बड़ा मोन का हवे ग्यां। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर मितैं ईं बात की डौऽर च कि कखि इन नि हो कि जब मि तुमरा बीच मा औंऽऽ, त जन मि चान्दु तुमतै उन नि पौं, अर जन तुम मिसे चन्द्यां उन तुम मितैं नि पा। अर मितैं इन भि डौऽर च कि तुमरा बीच मा झगड़ा करण वळा, खार खाण वळा, जल्दी नाराज होण वळा, अपणु ही भलु चाणा वळा, बदनाम करण वळा, झूठ्ठी बात फैलाण वळा, बड़ु मोन करण वळा, अर दंगा करण वळा लोग मौजूद छिन।
अर मितैं ईं बात कि चिन्ता च कि जब मि तुमरा पास फिर से औलु, अर अगर जु तुमरा बीच मा भौत सा लोग अभि भि अपणा पुरणा पापों मा ही फंस्यां छिन, अर अपणा मनों मा गळत विचार रखदिन, या सरील का गळत सम्बन्ध रखणा छिन, जौन अपणा यों पापों से पस्ताप नि कैरी त मितैं तुमरि खातिर दीन होण पोड़लु, अर पिता परमेस्वर का समणि रुंण पोड़लु।