1 कुरिन्थि 4:19 - Garhwali19 पर अगर जु प्रभु कि मनसा ह्वेलि, त मि भौत जल्द ही तुमरा पास औलु। अर जु लोग बड़ु मोन कैरिके फूली गैनी, मि उख पौंछी के ऊंतैं दिखलु की ऊंकी शिक्षा क्या च? क्या ऊंमा परमेस्वर की सामर्थ छैई च या ना। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम19 पर जु प्रभु कि मनसा हवेलि त मि तुम म भौत जल्दी औलु, अर उ जु बड़ो मोन का हवे गैनी ऊं तैं न पर ऊंकी शिक्षाओं अर सामर्थ तैं भि जांणि जौलु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि ऊं सब भाषाओं मा बात कैरा, जु कि तुमुन सिखी नि छिन, मगर मि इन भि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि भविष्यबाणी कैरा, किलैकि जु मनखि भविष्यबाणी करदु उ वे मनखि से बढी के च जु अलग-अलग भाषा मा बात करदु। अर अगर दुसरि भाषा बोन्न वळु मनखि अपणी बातों को मतलब आम बोल-चाल मा नि बतै सैको, त वेकी बुलिं बातों से बिस्वासी समुदाय का लोग मजबूत नि ह्वे सकदिन।
हे मेरा दगड़्यों, जब मि कैतैं सिखौन्दु, त वे बगत मि मनखि का ज्ञान का मुताबिक बात नि करदु, मगर यीशु मसीह पर बिस्वास कैरिके जु ज्ञान मितैं मिलदु मि वेका मुताबिक ही बात करदु। अर यू सब त वेका पिछनै अटल ह्वेके चलण से मिलदु। अर ना ही मि ईं दुनियां का ज्ञानी अर अधिकारी लोगु का जन बात करदु। पर सुणा, ईं दुनियां का अधिकारीयों को अधिकार खतम होण वळु च।