1 कुरिन्थि 3:16 - Garhwali16 क्या तुम नि जणद्यां कि तुम लोग परमेस्वर का मन्दिर छाँ? अर परमेस्वर की पवित्र आत्मा तुम मा वास करदी, အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम16 सच मा तुम जंणदा छा, कि तुम पिता परमेश्वर कु मन्दिर छा, अर पिता परमेश्वर कु पवित्र आत्मा तुम मा रौंदो च। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर क्या तुम नि जणद्यां, जब तुम खुद तैं एक गुलाम की तरौं दुसरो का सुपुर्द कैरी देन्द्यां, तब तुम उई काम करद्यां, जन तुमरो मालिक चान्दु। अर ठिक उन्नि जु मनखि पाप की सेवा करदु वेका बदला मा वे खुणि मौत रखी च, अर जु मनखि पिता परमेस्वर की आज्ञा को पालन करदु वांका बदला मा वे खुणि सदनि को जीवन रख्युं च।
अर पिता परमेस्वर न यीशु मसीह तैं मुरदो मा बटि ज्यून्द कैरी, अर वेकी पवित्र आत्मा तुम लोगु मा वास करदी, त जन वेन यीशु मसीह तैं मुरदो मा बटि ज्यून्द कैरी, उई तुमरा नास होण वळा सरील तैं भि अपणा पवित्र आत्मा का द्वारा मुरदो मा बटि ज्यून्द करलु। अर इन वु इलै करलु, किलैकि वेकी पवित्र आत्मा तुम मा भि वास करदी।
अर मनखि खुद परमेस्वर को मन्दिर च, किलैकि ज्यून्द परमेस्वर अपणी पवित्र आत्मा का द्वारा हम मा रौन्दु, इलै मूरतों का दगड़ा मा परमेस्वर का मन्दिर को कुई रिश्ता नि च। अर जन कि पवित्रशास्त्र मा भि लिख्यूं च की परमेस्वर इन बुल्दु कि, “मि ऊंमा रौलु, अर ऊंका दगड़ा मा चललु, अर मि ऊंको परमेस्वर होलु, अर ऊ मेरा लोग होला।”