1 कुरिन्थि 16:16 - Garhwali16 इलै मि तुम लोगु से इन बिन्ती करदु कि तुम इन्द्रया लोगु का अधीन मा रा। अर जु लोग ऊंका दगड़ा मा मिली के कड़ी मेनत करदिन तुम लोग ऊंका भि अधीन मा रा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम16 इलै मि तुम बट्टी बिनती करदु, कि इन अगुवों की आज्ञाओं तैं मांणा कैरा बल्कि हर एक की जु इन सच्ची भक्ति का दगड़ी सेवा करदींनि। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे मेरा भै-बैंणो, तुम जु मसीह का अंग छाँ, तुम बिस्वासी समुदाय का लोगु तैं पिता परमेस्वर न चुणी, पैलि त खास चेला का रुप मा, दुसरा रैबर्या का रुप मा, तिसरा शिक्षा देण वळा। अर वेका बाद वेन ऊं लोगु तैं भि चुणी जौं का द्वारा वु चमत्कार का काम करदु, बिमारों तैं खूब करदु, अर वेन ऊंतैं भि चुणी जौं का द्वारा उ दुसरो की मदद करदु, अर ऊंतैं भि जु कि हर चीज को इंतजाम करौन्दिन, अर अलग-अलग भाषा बुलण वळा सब लोगु तैं वेन ही चुणी।
अर जु बिस्वासी समुदाय का मुखिया लोग छिन, तुम ऊंकी आज्ञा माणा अर ऊंका अधीन मा रा, किलैकि वु तुमरा जीवन खुणि बड़ी चिन्ता करदिन, अर वु भौत अच्छे से जणदिन कि ऊंतैं तुमरा जीवन को हिसाब-किताब परमेस्वर तैं देण पोड़लु। अर तुम ऊंकी बात को पालन कैरा, ताकि वु खुशी से ये काम तैं कैरी सैका ना कि दुखी ह्वेके। किलैकि अगर जु वु दुखी छिन त वां से तुमतै कुई फैदा नि च।