1 कुरिन्थि 15:1 - Garhwali1 हे मेरा भै-बैंणो, जु शुभ समाचार मिन तुमतै पैलि सुणै छौं, वेतैं तुमुन स्वीकार कैरी, अर वेमा तुम अटल भि छाँ, उई वचन मि तुमतै याद दिलौणु छौं। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम1 हे विश्वासी भयों, मि तुम तैं उ ही शुभ सन्देश प्रचार याद दिलांणु छों, जु तुम ल पैली सुणैयेलि, जै संदेश पर तुम ल विश्वास भि कैरी छो, अर वेमा तुम अर भि मजबूत हूंदी ग्यां। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जब हम तुमरा पास अयां, त तुमुन परमेस्वर का वचन तैं स्वीकार कैरी। अर वे वचन तैं मनखि को वचन नि समझि, बल्किन मा परमेस्वर को वचन समझि के अपणा जीवन मा स्वीकार कैरी। इलै ईं बात का खातिर हम लगातार परमेस्वर को धन्यवाद करद्यां। अर या बात सच्च च, किलैकि यू वचन सच्चि मा परमेस्वर को ही वचन च जु की तुम बिस्वासी लोगु का बीच मा काम कनु च।
हे मेरा दगड़्यों, सिलवानुस एक इन भै च जैतैं मि भरोसा का लैख समझदु, वेका द्वारा मि या चिठ्ठी तुम लोगु खुणि लिखौणु छौं। अर ईं चिठ्ठी मा मिन कुछ शब्द ही लिखवैनी, ताकि तुमरा हौसला बढ़ो। अर मि इन गवै देन्दु, कि जु बात ईं चिठ्ठी मा लिखीं छिन, ऊ सब बात पिता परमेस्वर की सच्चि किरपा से छिन, अर तुम सब यों बातों मा मजबूत बणयां रा।