1 कुरिन्थि 14:4 - Garhwali4 इलै जु मनखि अलग-अलग भाषा मा बुल्दु, उ केवल खुद का बिस्वास तैं मजबूत करदु, मगर जु भविष्यबाणी करदु उ समुदाय का लोगु तैं मजबूत करदु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम4 जु अन्य भाषा मा बात करदो, उ भस अपड़ा ही विश्वास तैं मजबूत करदो; पर जु भविष्यवाणी करदो, उ मण्डलि का सभि विश्वासियों का विश्वास तैं मजबूत करदो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हे मेरा भै-बैंणो, तुम जु मसीह का अंग छाँ, तुम बिस्वासी समुदाय का लोगु तैं पिता परमेस्वर न चुणी, पैलि त खास चेला का रुप मा, दुसरा रैबर्या का रुप मा, तिसरा शिक्षा देण वळा। अर वेका बाद वेन ऊं लोगु तैं भि चुणी जौं का द्वारा वु चमत्कार का काम करदु, बिमारों तैं खूब करदु, अर वेन ऊंतैं भि चुणी जौं का द्वारा उ दुसरो की मदद करदु, अर ऊंतैं भि जु कि हर चीज को इंतजाम करौन्दिन, अर अलग-अलग भाषा बुलण वळा सब लोगु तैं वेन ही चुणी।
इलै हे मेरा भै-बैंणो, तुमतै क्या-क्या कन चयेणु उ अब मि तुमतै बतौन्दु, जब तुम परमेस्वर की भक्ति करणु खुणि एक जगा इकट्ठा होनद्यां, त पवित्र आत्मा का द्वारा तुम मा बटि कई लोग पिता परमेस्वर का भजन गन्दिन, अर कुछ शिक्षा देन्दिन। अर अगर कै मनखि पर कुछ परगट किये गै, त उ वीं बात का बारा मा बतौन्दु। अर कुछ लोग पवित्र आत्मा का द्वारा अलग-अलग भाषा मा बात करदिन, त कुछ वीं भाषा को मतलब आम बोल-चाल मा बतौन्दिन। अर यू सब कुछ पिता परमेस्वर का द्वारा किये जान्दु, ताकि एक-दुसरे की तरक्की हो अर सब लोग आत्मिक रुप से मजबूत होन्दी जा।
मि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि ऊं सब भाषाओं मा बात कैरा, जु कि तुमुन सिखी नि छिन, मगर मि इन भि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि भविष्यबाणी कैरा, किलैकि जु मनखि भविष्यबाणी करदु उ वे मनखि से बढी के च जु अलग-अलग भाषा मा बात करदु। अर अगर दुसरि भाषा बोन्न वळु मनखि अपणी बातों को मतलब आम बोल-चाल मा नि बतै सैको, त वेकी बुलिं बातों से बिस्वासी समुदाय का लोग मजबूत नि ह्वे सकदिन।