1 कुरिन्थि 14:12 - Garhwali12 अर तुम लोग जु कि पूरा जोस से पवित्र आत्मा का बरदान तैं पौण की मनसा करद्यां, यों बरदानों से भरपूर होण की पूरि कोसिस कैरा, ताकि बिस्वासी समुदाय का लोगु की तरक्की ह्वे सैको। အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम12 इलै तुम भि जब आत्मिक वरदानों तैं पांणै की इच्छा रखदा, जु पवित्र आत्मा तुम तैं दींद, त ऊं वरदानों कु इस्तेमाल कनु कु इन कोशिश करदी रावा कि ऊं वरदानों का द्वारा विश्वासियों की मण्डलि पूरा ढंग से विश्वास मा मजबूत हवे जौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
इलै हे मेरा भै-बैंणो, तुमतै क्या-क्या कन चयेणु उ अब मि तुमतै बतौन्दु, जब तुम परमेस्वर की भक्ति करणु खुणि एक जगा इकट्ठा होनद्यां, त पवित्र आत्मा का द्वारा तुम मा बटि कई लोग पिता परमेस्वर का भजन गन्दिन, अर कुछ शिक्षा देन्दिन। अर अगर कै मनखि पर कुछ परगट किये गै, त उ वीं बात का बारा मा बतौन्दु। अर कुछ लोग पवित्र आत्मा का द्वारा अलग-अलग भाषा मा बात करदिन, त कुछ वीं भाषा को मतलब आम बोल-चाल मा बतौन्दिन। अर यू सब कुछ पिता परमेस्वर का द्वारा किये जान्दु, ताकि एक-दुसरे की तरक्की हो अर सब लोग आत्मिक रुप से मजबूत होन्दी जा।
मि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि ऊं सब भाषाओं मा बात कैरा, जु कि तुमुन सिखी नि छिन, मगर मि इन भि चान्दु, कि तुम सभ्या का सभि भविष्यबाणी कैरा, किलैकि जु मनखि भविष्यबाणी करदु उ वे मनखि से बढी के च जु अलग-अलग भाषा मा बात करदु। अर अगर दुसरि भाषा बोन्न वळु मनखि अपणी बातों को मतलब आम बोल-चाल मा नि बतै सैको, त वेकी बुलिं बातों से बिस्वासी समुदाय का लोग मजबूत नि ह्वे सकदिन।