अर अगर वा भेड़ वेतैं मिली जौ, त मि तुम बटि सच्च बोन्नु छौं कि उ मनखि ऊं निन्याणबे भेड़ों का खातिर जु हरचि नि छै इथगा खुशी नि मणालु, जथगा कि वु वीं हरचि भेड़ का बानो मणालु।
अर वु पिता परमेस्वर का ये खरा आदेस तैं भौत अच्छे से जणदिन, कि जु लोग इन्द्रया काम करदिन वु सब मौत का दण्ड का लैख छिन। मगर फिर भि ऊ केवल इन्नि काम कना रौनदिन, बल्किन मा इन काम करण वळो से खुश भि होनदिन।
अर अगर जु वु इन सोचदिन, त क्या ह्वे गै त? अब चै ऊंको मकसद गळत तरीके से हो या सच्चै से, अब चै जन भि हो बस मसीह को परचार होणु च, अर मि ईं बात से बड़ु खुश छौं अर आनन्द मनौणु छौं।
किलैकि जै दिन बटि तुमुन शुभ समाचार तैं सुणी, वे दिन बटि लेके आज तक तुमुन शुभ समाचार तैं फैलाण मा मेरी पूरि मदद कैरी, इलै मि हमेसा अपणी प्रार्थना मा खुश ह्वेके तुम सभ्यों खुणि बिन्ती कनु रौन्दु।
किलैकि भौत सा लोगु को चाल-चलन इन्द्रयो च, जौं का बारा मा मिन अकसर तुमतै बतै, अर अब भि मि रुवे-रुवे के तुमतै बतौणु छौं, कि इन्द्रया लोग अपणा चाल-चलन का द्वारा इन साबित कैरी देन्दिन कि जु बलिदान यीशु मसीह न क्रूस पर देई वु वेका दुसमन छिन।