हे मेरा भै-बैंणो, जब मि बच्चा छौ, त बच्चों की तरौं बात करदु छौ अर मेरी समझ भि बच्चों का ही जन छै, पर अब मि स्याणु ह्वे ग्यों, इलै मिन अपणु बचपना छोड़याली।
अर जन कुयेडा मा साफ-साफ नि दिखेन्दु ठिक उन्नि अभि हमतै पिता परमेस्वर साफ नि दिखेन्दु, पर एक दिन आलु जब हम वेतैं अमणि-समणि दिखुला। अर अभि त हमतै वेका बारा मा कुछ ही पता च, मगर जब वु आलु त जन वेतैं हमरा बारा मा पूरु पता च, ठिक उन्नि हमतै भि वेका बारा मा पूरु पता चलि जाण।
हे मेरा भै-बैंणो, मि ईं बात को दावा नि करदु, कि मि यों बातों मा सफल ह्वे ग्यों, या फिर पैलि बटि ही सिद्ध छौं मगर मि त बस वे इनाम तैं पाणु खुणि मेनत कनु छौं, ज्यां खुणि यीशु मसीह न मितैं पैलि बटि ही चुण्यूं च।