रोमी 4:15 - देउखरिया थारु15 काकरेकी परमेश्वर मोशक नियम कानुनहे पूरा रुपमे नै मनुइयनसे रिसैना रहिँत। और जहाँ नियम कानुन नै हो, वहाँ नियम कानुनके उल्लङ्घन फेन नै हुइत। အခန်းကိုကြည့်ပါ။दङ्गौरा थारू15 व्यवस्था पालन नैकरुइयन्हकम परमेश्वरक रिस पर्ठा, ओ जहाँ व्यवस्था नैहो कलसे वाकर पालन नैकर्ना बात कहाँसे आई? အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
पर पवित्र शास्त्रमे लिखल बा, कि “जोन मनै परमेश्वरके संग धर्मी ठहरक लग मोशक नियम कानुनहे भरोसा करथाँ, ओइने परमेश्वरके देहल सरापके अधिनमे बताँ।” तबेकमारे उ सक्कु मनैनकेमे एकथो सराप आगिल बतिन, जेने मोशक नियम कानुन पालन करके परमेश्वरके आघे धर्मी ठहरना कोशिस करथाँ। काकरेकी केऊ फेन हरेक समय उ मोशक नियम कानुन पूरा रुपमे पालन करे नै सेकत।
परमेश्वर यी देखाइक लग इजरायलके मनैनहे मोशक नियम कानुन देले रहिँत कि जात्तिकमे पाप का हो। और मोशक नियम कानुनहे तबसम पलिरहे परना रहिस, जबसम अब्राहामके एकथो सन्तान ना आजाइस, जेकर बारेमे परमेश्वर वाचा कर्ले रहिँत। स्वर्गदूतनके सहायतासे मोशाहे परमेश्वर अपन नियम कानुन देलाँ। और मोशा परमेश्वर और मनैनके बिच्चेम रहिके मध्यस्थकर्तक रुपमे काम कर्लस।
हुँकार मुहेमेसे एकथो चोखुर तरवाल निकर्लिन, जिहिसे उ सक्कु जाति-जातिनहे हरादिहीँ। ऊ एकथो लोहक बर्छीलेके सक्कु मनैनके उप्पर राज करहीँ। और जे हुँकार अधिकारहे स्वीकार नै करी, ऊ ओइन्हे पूरा रुपमे दण्ड दिहीँ। ऊ सर्वशक्तिमान परमेश्वरके डरलग्तिक प्रकोपहे ओस्तेहेँके छोरदिहीँ, जसिके एकथो रसकुण्डमेसे अंगुरके रस बहत।