रोमी 14:17 - देउखरिया थारु17 काकरेकी परमेश्वरके राजमे खाना पिना महत्त्वपूर्ण नै हो। पर महत्त्वपूर्ण ते यहे बातके बा कि परमेश्वरके संग सही जीवन जिना, और पवित्र आत्मामे विश्वासी संघरियनके संग शान्ति और आनन्दमे रना। အခန်းကိုကြည့်ပါ။दङ्गौरा थारू17 काकरकि परमेश्वरक राज्य कलक खैना ओ पिना बात नैहो, तर पवित्र आत्मसे अइना धार्मिकता, शान्ति ओ आनन्दक बात हो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
दोसुर जहनहे अन्याय करुइया मनै परमेश्वरके राजके हकदार नै हुइहीँ कना बात ते तुहुरे जन्थो। तुहुरिन्हे नै मजा काम करे बन्जाइत। और परमेश्वरके मनैनकेमे फेन शामिल हुई सेकजाइत कहिके तुहुरिन्हे केऊ धोखासे सोँच्ना मजबुर ना करादेहे। और वेश्यागमन करके फेन परमेश्वरके मनैनकेमे शामिल हुई सेकजाइत कहिके फेन केऊ तुहुरिन्हे सोँच्ना मजबुर ना करादेहे। अस्तेके मूर्तिहे पुजके, व्यभिचार करके, और समलिङ्गीनहे, और पुरुषगामीनहे,