पर येशू ओइन्के विचार पता पाके ओइन्हे कलाँ, “यदि कौनो राजके मनै असिन समूहमे बँटजैहीँ, जेने एकदोसर जहनसे झगरा कर्ती रथाँ कलेसे उ राज पक्कै फेन बर्बाद होजाई। और यदि कौनो शहर और परिवार लर्ती रहिहीँ कलेसे ओइने नम्मा समयसम एक्केमे रहे नै सेक्हीँ।
ताकि ओइने सक्कु जाने एक हुई सेकिँत। जसिके हे बाबा, तैँ मोरिक संग एकतामे बते और मै तोरिक संग एकतामे बतुँ। ओस्तेके ओइने फेन हमार संग एकतामे होजाँइत, और तैँ महिन्हे पठैले कहिके संसारके मनै विश्वास करिँत।