30 क्रूसमेसे उतरके आ, और अपनहे बँचा।”
30 क्रूसमसे उतर्क अपन्हेह बचा।”
वहाँसे जैना मनै अपन मुन्टा हिला-हिलाके हुँकार खिल्ली उरैती असिक कहिँत, “उह! हेरो, तैँ मन्दिर भस्काके तीन दिनमे बनुइया,
ओस्तेके यहूदी मुख्य पुजारीनके फेन यहूदी कानुनके गुरुनके संग असिक कती आपसमे येशूक खिल्ली उरैती कलाँ, “यी दोसुर जहनहे बँचाइल, पर अपनहे बँचाई नै सेकी।