49 पर बाँकी मनै कलाँ, “रुकली, हेरब! कहुँ एलिया यिहिहे बँचाई आइत कि?”
49 तर और जन कल, “हेरी, यहीह बँचाए एलिया आजैठ कि।”
ओइन्मेसे एकथो मनैया झत्ते दौरके जाके एकथो स्पन्ज लेके सिर्कामे बोरके गौलरके लट्ठीमे धारके हुँकिन्हे पिए देहल।
तब् फेनदोस्रे येशू जोरसे चिल्लैलाँ, और अपन आत्मा छोरदेलाँ।