मत्ती 13:42 - देउखरिया थारु42 और स्वर्गदूतनके ओइन्हे आगिक भट्ठीमे फेँकादिहीँ। वहाँ मनै रुइहीँ और कष्टमे दाँत किचकिचैहीँ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။दङ्गौरा थारू42 आगीक भट्टीम फाँकदेहीँ। हुँक्र उहाँ दुःखले दाँत पिस्टी रुवाबासी कर्टिरहीँ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तब् उ दैँतुरवा और ओकर हाजिरीमे अचम्मक काम करुइया और झूँटा सन्देश देहुइया दैँतुरवा दुनु जाने पकरवा पागिलाँ। उ झूँटा सन्देश देहुइया दैँतुरवा यी दैँतुरवक ओहोँरसे चमत्कारके काम देखाइल। और ऊ उ सक्कु मनैनहे धोखा देहल, जेने दैँतुरवक छाप अपन लिल्हारीमे लग्वाइल रहिँत। और जेने ओकर मूर्तिक पुजा करिँत। यी दुनु जाने बर्ती रहल गन्धकके आगिक कुण्डामे जित्ती फेँकागिलाँ।
पर जेने महिन्हे विश्वास नै करथाँ, ओइने गन्धकलेके एकदम मनके दम्कती रना उ समुन्दरके झीलमे शामिल कराजिहीँ, जोन दोसर मृत्यु हो। और यहे हालत ओइन्के फेन हुइहिन, जेने मनैनके आघे महिन्हे स्वीकार करनासे डरैथाँ। और जेने खराब काम करथाँ। और जेने मनैनके हत्या करथाँ। और जेने छिनार काम करथाँ। और जेने जादू-टोना करथाँ। और जेने मूर्तिक पुजा करथाँ या झूँट बोल्थाँ।”