राजा बन्ना सोंग काह्रक लग सिपाहिन हुँकिन्हे शाही पहिरनके लुग्गा घलाके हुँकार मजाक उरैलाँ। ओइने कँटाहा बौँरक एकथो मुकुट फेन बनैलाँ, और हुँकिन्हे एकथो राजक रुपमे नक्लीमे बिह्राइक लग हुँकार मुन्टामे धारदेलाँ। तब् ओइने हुँकिन्हे सलाम करना सुरु करदेलाँ, जसिन कि ओइने चिल्लाके हुँकार आदर करतताँ, “यहूदिनके रज्वक जय!”