वहे अँतवारके दिन संझक, जब यहूदी दलके नेतनके डरकमारे चेलनके दवार बन्द करके कोन्तीमे जमा हुइल रहिँत। तब येशू आके ओइन्के बिच्चेम ठरह्यागिलाँ, और ओइन्हे कलाँ, “तुहुरिन्हे शान्ति होए।”
महिन्हे पता बा कि तैँ उ शहरमे रथे, जहाँ शैतान राज करत। तैँ मोरिकमे विश्वासयोग्य पलिरले, और महिन्हे विश्वास करना कबु नै छोर्ले। तैँ उ समयमे फेन विश्वास कर्ले, जब ओइने मोरिक बारेमे मनैनहे विश्वासयोग्यतासे बतुइया एन्टिपासहे वहाँ मुवाँदरलाँ जहाँ शैतान राज करत।