ऊ यी बात बत्वैती-बत्वैती एकथो बद्री आके ओइन्हे छोप देहल, और उ बद्रीमेसे एकथो आवाज आइल, “यी मोरिक दुलार छावा हो, यिहिसे मै गजब खुशी बतुँ, यकर बात सुनो।”
मोरिक बाबा महिन्हे सक्कु चिज दैदेहल बा। और बाबक अलावा छावा के हो कहिके जनुइया केऊ नै हो, और छावक अलावा बाबा के हो कहिके जनुइया फेन केऊ नै हो। और ऊ जेकरमे छावएहे देखैना चाहि, और जोन मनैनमे छावा अपन बाबाहे देखैना चाहि, ऊ फेन परमेश्वरहे जानत।”
तैँ मोरिकमे और मै ओइन्केमे बतुँ ताकि ओइने पूरा रुपमे एक होजाँइत। जिहिसे संसारके मनै यी जानलिँत कि तहिँए महिन्हे पठैले, और तैँ ओइन्हे ओस्तेहेँ प्रेम कर्ले, जसिके महिन्हे कर्ले।
और मै ओइन्हे जनैनु कि तैँ के हुइते। और जनैती रहम कि जोन प्रेम तैँ महिन्हे कर्ले, वहे प्रेम ओइन्के संग पलिरहे, और मै पवित्र आत्मक रुपमे ओइन्केमे पलिरहुँ।”
उ बाहेक जसिके सक्कु जाने परमेश्वर बाबाहे आदर करथाँ, ओस्तेके ओइने छावाहे अर्थात महिन्हे फेन आदर करिँत। परमेश्वर बाबा मै छावाहे न्याय करना सारा अधिकार देले बा। यदि केऊ मोरिक आदर नै करत कलेसे ऊ महिन्हे पठुइया परमेश्वर बाबाहे फेन आदर नै करत।
जब पवित्र शास्त्र कहत कि परमेश्वर सक्कु चिज ख्रीष्टके अधिनमे करदिहीँ कलेसे परमेश्वर यी अधिनमे शामिल नै हुइँत। काकरेकी परमेश्वरे रहिँत, जे सक्कु चिज ख्रीष्टके शक्तिक अधिनमे कर्ले रहिँत।
और ऊ स्वर्गमे चलगिलाँ। आब ऊ वहाँ परमेश्वरके दाहिन पाँजर सक्कुहुनसे खास ठाउँमे बैठल बताँ। और ऊ सक्कु स्वर्गदूत और सक्कु अधिकारीनके और शक्तिहुँक्रिहिनके उप्पर राज करथाँ।