बाबा मोरिक संग एकतामे बा, और मै बाबक संग एकतामे बतुँ कना बातमे का तुँ विश्वास नै करथो? जोन बात मै तुहुरिन्के थेन बत्वैथुँ, उ मै मोरिक अपने इच्छासे नै बोल्थुँ, पर मोरिक संग एकतामे रहिके बाबा वहे काम करत, जोन ऊ चाहत।
जात्तिके, मै तुहुरिन्हे कहतुँ, जे मोरिक वचन सुनत और महिन्हे पठुइयकमे विश्वास करत, उहिहे सदाकालके जीवन मिल्हिस, और उहिहे दण्ड नै मिल्हिस। पर ऊ सदाकालके मृत्युसे बँचगिल बा, और आग्गिहीँसे लावा जीवनमे जासेकल बा।
जब येशू यी सुन्लाँ कि यहूदी दलके नेतन उ मनैयाहे यहूदी बैठक भवनमेसे बाहेर निकारदेलाँ। तब येशू उहिहे भेँटा करके पुँछ्लाँ, “का तुँ परमेश्वरके छावकमे विश्वास करथो?”
काकरेकी यदि तुहुरे अपन पापी स्वभाव अनुसार जिबो कलेसे तुहुरे परमेश्वरसे दूर होजिबो। पर यदि पवित्र आत्मक शक्तिक माध्यमसे तुहुरिन्के पापी स्वभावके चाहल अनुसार करना तुहुरे बन्द करदेबो कलेसे तुहुरे जीवन भेटैबो।