याकूब 3:14 - देउखरिया थारु14 पर यदि तुहुरे अपन-अपन मनमे बहुत डाह और स्वार्थ धर्ले रथो कलेसे घमण्ड ना करहो। और ना ते सच्चाइक विरोधमे झूँट बोल्हो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။दङ्गौरा थारू14 तर यदि टुह्र एकदम बिह्र मुठो, ओ आपन स्वार्थी चाहनह आघ सार चहठो कलसे, टुह्र घमण्डी हिसाबले झूट नैबोल्लसे हुइठा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
और ओइने मूर्तिहे पुज्थाँ, मन्तुर पहरथाँ। और ओइने अपन संघरियनहे घृणा करथाँ। ओइने एकदोसर जहनसे झगरा खेल्थाँ। और ओइने उ सक्कु चिजके लालच करथाँ जोन चिज दोसुर जहनके थेन रथिन। ओइने महा झत्ति झोँक्काजिथाँ। और ओइने अपन काम बनाइक लग दोसुर मनैनके गोरा तन्थाँ। ओइने उ मनैनहे अस्वीकार करदेथाँ, जेनसे ओइने असहमत रथाँ। और ओइने ओइन्हे किल साथ देथाँ, जेनसे ओइने सहमत रथाँ।
काकरेकी विश्वासी बन्नासे आघे हम्रे फेन मूर्ख रही। और परमेश्वरके आज्ञा नै मन्नाहाँ रही। और हम्रे मनैनसे धोखा खैली। और जोन खराब कामहे हम्रे करे चाहतिही। और जोन कामहे करके हम्रिहिन्हे आनन्द मिले, ओसिन हर मेरिक खराब कामहे करना हम्रे छोरे नै सेकतिही। और हम्रे अपन जीवनहे महा घिनाहुन तरिकासे जिअतिही। और हम्रे दोसुर जहनसे बिह्रे मुअतिही। और हम्रे घृणित रही, और सक्कु जाने हम्रिहिन्हे घृणा करिँत। और हम्रे फेन ओइन्हे घृणा करी।