31 जित्ती परमेश्वरके हाँथसे सजाय भेटैना एकदम डरलग्तिक बात हो।
31 जीवित परमेश्वरक हाँठम पर्ना त डरलग्टिक बात हो।
ओइन्से जिन डराऊ, जेने शरीरहे मुवैथाँ, पर आत्माहे मुवाई नै सेक्थाँ। बेन आत्मा और शरीर दुन्हुनहे नरकमे नाश करे सेकुइया परमेश्वरसे डराऊ।
सिमोन पत्रुस जवाफ देहल, “अप्नि ख्रीष्ट हुइती, जित्ती परमेश्वरके छावा।”
पर किहिसे डराई परत, मै तुहुरिन्हे चेतावनी देहम: उहिएसे डराई परत, जेकर थेन शरीरहे मारके नरकमे फेँकादेना शक्ति बा। मै तुहुरिन्हे कहतुँ, उहिनेसे डराऊ।
भयङ्कर भुँइचाल हुइहीँ, बहुत्ते ठाउँमे अनिकाल और महामारी हुई। भयङ्कर आतंक हुई, और आकाशमेसे बरवार-बरवार चिन्हा देखा परहीँ।
आब हेर, परमेश्वर तुहिहे दण्ड दिहीँ। तैँ थोरिक समयसम आँधर होजिबे, और तैँ सूर्यहे नै हेरे भेटैबे।” तब् जुरतेहेँ कुहिरा और अंधार उहिहे टोपदेलिस, और केऊ ओकर हाँथ पकरके उहिहे सहायता करे कहिके ऊ यहोँर-ओहोँर टटोरे लागल।
तबेकमारे प्रभुक डर मानके हम्रे मनैनहे सच्चाइमे विश्वास करक लग अनुरोध कर्थी। और परमेश्वर हम्रिहिन्हे पूरा रुपमे जन्थाँ, और मै आशा करतुँ कि तुहुरे अपन मनमे जात्तिकमे हम्रिहिन्हे मजासे जन्थो।
बेन ओइने डरैती परमेश्वरके न्यायक लग अँस्याई परत। और ओइने हुँकार दुश्मन हुइलक कारण दम्कती रहल आगीमे भसम होजिहीँ।
काकरेकी हमार परमेश्वर भसम परुइया आगी हस हुइताँ।
हे मोरिक विश्वासी भैयो, चौँकस रहो! तुहुरिन्मेसे केक्रोमे रहल दुष्ट और अविश्वासी मन तुहुरिन्हे जित्ती परमेश्वरसे दूर ना लैजाए।