पर बाँकी रहल मनै जेने आघेक उ विपतमे नै मुवागिल रहिँत, ओइने अभिन फेन अपन गलत काम करना नै छोरलाँ। ओइने मनैनके हत्या करना, जादू-टोना करना, यौन अनैतिकता या चोरीसे अपन मन बदलके पाप करना नै छोरलाँ। ओइने उ भूतनहे और अपने हाँथेलेके बनाइल मूर्तिनहे पुजे नै छोरलाँ, जेने सोन या चाँदीक, काँसक या कठ्वक बनल रहिँत। जोन मूर्ति ना ते देख्थाँ, ना सुने सेक्थाँ, और ना ते ओइने नेगे सेक्थाँ।