हेरोद रज्वा अपन सिपाहिनहे आदेश देहल कि ओइने पत्रुसहे खोजिँत। पर ओइने पत्रुसहे नै भेटैलाँ। तब हेरोद रज्वा सिपाहिनहे प्रश्न पुँछल, और ओइने जवाफ देहे नै सेक्लाँ, ते हेरोद रज्वा उ सिपाहिनहे मृत्यु दण्डक सजाय सुनाइल। और हेरोद रज्वा यहूदिया प्रदेशहे छोरके थोरिक दिनके लग कैसरिया शहरमे जाके वहैँ रहे लागल।
ऊ महिन्हे कलाँ, ‘पावल, ना डराऊ, तुहिन्हे महाराजक आघे ते जरुर ठरह्याई परी, और तोहाँर संग पानी जहाजमे रहुइया सक्कु मनैनहे परमेश्वर अपन अनुग्रहसे बँचैहीँ।’
पर पानीक तरे नुकल बालुक पख्वामे पानी जहाज लरके वहैँ गसकगिल। पानी जहाजके आघेक भाग अँटकगिलिस्, और चले नै सेकल, और पाछेक भाग भर पानीक हल्कोरासे टूटे लग्लिस।