१ कोरिन्थी 5:1 - देउखरिया थारु1 मै मनैनहे तुहुरिन्के बारेमे असिक कहत सुन्ले बतुँ कि तुहुरिन्के मण्डलीमे तुहुरिन्मेसे कौनो-कौनो मनै व्यभिचारमे फँसल बताँ। असिन व्यभिचार ते परमेश्वरहे नै चिन्हल मनै फेन नै करथाँ। तुहुरिन्मेसे कौनो एक जाने अपन सौतिन्या दाईहे लेले बा हुँ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။दङ्गौरा थारू1 टुन्हक बीचम व्यभिचार बा कना बात सुनमिलटा। ओसिन व्यभिचार त गैरयहूदी मनै नैकर्ट। टुह्रमध्ये एकठो मनैया त झन् आपन सवत्या डाईह गोसिन्या बनाराखल हुँ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
दोसुर जहनहे अन्याय करुइया मनै परमेश्वरके राजके हकदार नै हुइहीँ कना बात ते तुहुरे जन्थो। तुहुरिन्हे नै मजा काम करे बन्जाइत। और परमेश्वरके मनैनकेमे फेन शामिल हुई सेकजाइत कहिके तुहुरिन्हे केऊ धोखासे सोँच्ना मजबुर ना करादेहे। और वेश्यागमन करके फेन परमेश्वरके मनैनकेमे शामिल हुई सेकजाइत कहिके फेन केऊ तुहुरिन्हे सोँच्ना मजबुर ना करादेहे। अस्तेके मूर्तिहे पुजके, व्यभिचार करके, और समलिङ्गीनहे, और पुरुषगामीनहे,
पर जेने महिन्हे विश्वास नै करथाँ, ओइने गन्धकलेके एकदम मनके दम्कती रना उ समुन्दरके झीलमे शामिल कराजिहीँ, जोन दोसर मृत्यु हो। और यहे हालत ओइन्के फेन हुइहिन, जेने मनैनके आघे महिन्हे स्वीकार करनासे डरैथाँ। और जेने खराब काम करथाँ। और जेने मनैनके हत्या करथाँ। और जेने छिनार काम करथाँ। और जेने जादू-टोना करथाँ। और जेने मूर्तिक पुजा करथाँ या झूँट बोल्थाँ।”