१ कोरिन्थी 10:14 - देउखरिया थारु14 तबेकमारे हे मोरिक प्रिय संघरियन, मूर्तिहे ना पुज्हो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။दङ्गौरा थारू14 उहओर्से प्रिय भैयौ, मूर्तिपूजसे दूर रहो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
पर महिन्हे तुहिसे यी गुनासो बा, काकरेकी तैँ उ मनैनके विरोध नै कर्थे जेने तोरिक मण्डलीमे झूँटा शिक्षा देथाँ। जसिके बालाम अगमवक्ता गैल समयमे सिखाइल रहे। बालाम अगमवक्ता बालाक रज्वाहे इजरायलके मनैनहे पाप करवाइक लग कसिके उक्साई सेकजाई कहिके सिखाए। ऊ ओइन्हे मूर्तिनहे चह्राइल खैना चिज खाई और व्यभिचार करके जिए सिखाइल।
पर जेने महिन्हे विश्वास नै करथाँ, ओइने गन्धकलेके एकदम मनके दम्कती रना उ समुन्दरके झीलमे शामिल कराजिहीँ, जोन दोसर मृत्यु हो। और यहे हालत ओइन्के फेन हुइहिन, जेने मनैनके आघे महिन्हे स्वीकार करनासे डरैथाँ। और जेने खराब काम करथाँ। और जेने मनैनके हत्या करथाँ। और जेने छिनार काम करथाँ। और जेने जादू-टोना करथाँ। और जेने मूर्तिक पुजा करथाँ या झूँट बोल्थाँ।”