2 “यि मानुसलक् मोरासङ्हिं रैल्ह आजु तिन दिन भेहिन् सकुहुन्बे, आउँ इखर्ह्वाक्सङ्हिं खाबाक् थोकलकौ किच्छु बाँकि बोइने, उहेसिहिरे मोरानि दया लाग्ल रहैस्।
तसौ यि कहिन् सुनिबानाइ येसुक् हिर्दया दयाइ भोर्लोकुन् आउँ ओहिं आफ्निक् हाथे ओक्रालाइ छुइबानाइ यन्हिं बोल्लोकुन्, “मुँइ चाहाम्ना तुँइ राम्रो भेइहाल।”
तर येसुइ ओक्रानि जाबा नहिंदेलकुन्, बरुस ओक्रालाइ यन्हिं बोल्लोकुन्, “तुँइ आफ्निक् घरै जा आउँ तोरा आफ्नि मानुसलकलाइ पर्भुइ तोरा लागि कर्ल बर्के काम आउँ तोरालाइ कर्ल बर्के दयाक् कहिन् सुनाहिखान्।”
तसौ येसु आउँ ओक्राक् चेलालक् डोङाइ चर्हिहिन् एक्टा एकान्त ठाँओइ जाइलुहुन्।
जब येसु डोङाक्भटे पाखाइ नाँभ्लक्, ओहिं पाखायभोरि मानुसलकक् एक्टा बर्के हुल देखिहिन् ओक्रालाइ सार्होय दया लाग्लकुन्। किसाबुने उखर्ह्वा चह्र्वा नहिंभेल भेंरालकक्परौ रैल्हुहुन्। तसौ येसुइ उखर्ह्वानि थुप्रोय कहिनलक् सिखाबा ठाल्लाहा।
मुँइ इखर्ह्वालाइ भुखे घर पाठाइगल्मिखानबुने इखर्ह्वा पैंदाहिमा भुखे मुर्छा पोरोट्थ्ला। किसाबुने इखर्ह्वामध्ये कुन्हुँ-कुन्हुँ ता एकदमे टार्होइसौ आइल रहट्थ्ला।”
“यि भुते यक्रानि घरि-घरि आगि आउँ पानिमा पारिहिन् मार्बाक् खोजेला। हजुर! तुँइ किच्छु कर्बा पारस्ला भेइबुने हाम्रा उप्रै दया करिहिन् मदप करिदे।”
ओक्राक्पाछु उ ठाँओइसौ उठिबानाइ आफ्निक् बापिहिकक् घर फर्कलक्। बापिहिके ओक्रानि टार्होहिक्भटे आबा ठाल्ल देख्लकुन्। ओक्राक् हिर्दायाइ माया भोरिहिन् आइलकुन्, आउँ उ बेटाहिकलाइ भेंटाबा दग्रते जाइलक् आउँ खुस्सि भेहिन् बेटाहिकलाइ हँउकारिबानाइ चुम्मा खाइलकुन्।
उ अइमाइक् ओरोङ् अबस्था देखिबानाइ येसुलाइ असाध्य दाया जागिहिन् आइलकुन् तसौ येसुइ ओक्रानि बोल्लोकुन्, “तुँइ जुन्काँर्!”