4 उखर्ह्वा ओर्कोलाइ बिस्वासघात करिबानाइ मनपोरि कर्तिहि घमन्डै फुलिहिन् हिंठट्थ्ला, आउँ परमेस्वरलाइ पेरेम कर्बाक् साट्टा मोज-मस्ति कर्बाक्लाइ मन पोराट्थ्ला।
उहेरङ् भेइटे तोहोराखर्ह्वा चुप्लाहिन् बस्बा पोर्लाहार, आउँ यरङ् करिहिन् जोसै आहिन् बिचार नहिंकरिहिने किच्छु काम कर्बाक् राम्रो नाँभेक्।
किस् तोहोरा बाज्या-बाराजुलके नहिंसाताल कुन्हुँ अगमबक्ता रहट्थ्ला ते? परमेस्वरक् पबित्र जन आइतिहि रहैस् बाजिहिन् खभर सुनालाहार अगमबक्तालकुहुलाइ सुधा उखर्ह्वाइ मार्लुहुन्। तोहोलेकेसेहे पबित्र जन बनिहिन् आइलाहारिहिलाइ धोखा देहिन् मार्लेहेंक्।
बिसपसेहे लौओ बिस्वासि भेबा नाभेक्, नाटेन् ता घमन्ड बर्हिहिन् ओहिं सैताने पाइलक् परौ साजाइ पाइस्।
तर जुन् बिध्वाइ आफ्निक् जिबनलाइ मोज-मस्तिमा बिताइस् बुनेमा उ जिउँटो भेटौसुधा मोर्लोहिंक् परौ हो।
अख्नि यि सन्सारै धनि भेलाहारलकलाइ घमन्डि बुन् भेबा बाजिहिन् आग्या देउ, आउँ उखर्ह्वाक् धन-सम्पति सटौघरि रैल्लाहार बोइने तर हाम्रा सुक्खक् लागि जम्माय थोक् पर्सस्त करिहिन् उपभोक कर्बा देलाहार परमेस्वरै भरोसा धरह।