तां स्वर्गदूत ने तिस्स जो बोल्लेया, मैं जिब्राईल है, मैं से स्वर्गदूत है, जे हर बेल्ले परमेश्वर रे सामणे खड़ा रैहन्दा मेरे जो परमेश्वर ने तेरे का इधेरे तांइ भेज्जेया कि ए सुब बसेख मैं तिज्जो दस्सी देयां।
ते तिस बेल्ले इक्क परमेश्वर रा स्वर्गदूत तिन्हेरे मुहाग्गर आई खड़ा होया, ते प्रभु री महिमामय रौसनी ने तिन्हा जो चौंह्-पास्से का घेरी लेया, ते ए सब दिख्खी करी से बड़े-भरी डरी गे।
इसका बाद छठमे स्वर्गदूत ने अपणी तुरही बजाई। जां तिनिये अपणी तुरही बजाई तां मैं सोन्ने री वेदी रे चारो कुणे का अवाज सुणी कि परमेश्वर रे सामणे धूप बाली जाए।