हे भईया हरौ, एक दूजे पे दोस न मढ़ो, जौन अपने भाईया की बदनामी करत आय, ऊ भाई पे दोष मढ़त आय, बो कानून धरम पे दोस लगात आय; और जदि तें कानून धरम पे दोस लगात आय, तो तें कानून धरम पे चलबेवारो नईंयां, पर ऊ पे हाकम ठैरो।
सब से बढ़ के उन हां जौन बुरई बासनाओं के बस में होकें देयां के अनसार निंगत, और पिरभु के राज हां ओछो जानत आंय; बे ढीठ, और हठी आंय, और ऊंचे पद वारन हां बुरो भलो कैबे से नईं डरात।