14 और यहूदियन की कथा कहानियन और मान्सन की कई न करें, जे तो सांची बातन हां छोड़के बिलुर गए आंय।
और जे बेकार मोरी भक्ति करत आंय, कायसे मान्सन की रीतियन हां धरम के बचन बता के सिखात हैं।
और जे बेकार मोरी उपासना करत आंय, कायसे मान्सन की आज्ञा हां धरम कौ उपदेस देके सिखात आंय।
अकेले अब तो तुम ने परमेसुर हां चीन लओ आय, तो बे छोटी और नेंची पेंला की बातन में काय फिरत आव, का तुम उनई के पाछें फिन के चलो चाहत आव।
(कायसे जे सबरी बस्तें काम में लात लात खतम हो जै हैं)।
और सांची बातन से फिरके कहानी किस्सा पै मन लगा है।
जौ समझो कि ऐसो मान्स सांची गैल से भटक गओ आय, और अपने आप हां पापी जान के पाप करबे में लगो रैत आय।
संभल के रहो, और जे बातें कहबेवारे की सुनो, जब मान्सन ने कैबेवारे की बात न मानी जौन सिय्योन पहरवा से बोलत हतो, तो का तुम उन की बात जौन सरग से बोलत आय बच पाहौ।
कूकर अपनी छांट कुदाऊं लौटत और सपराई भई सुंगरिया कीचड़ में लोटबे के लाने लौट जात आय।