13 जैसो लिखो आय, मैंने याकूब से प्रेम करो, परन्त एसाव हों दूर धरो।
जब यहोवा परमेसुर ने हेरो, कि लिआ अप्रिय जानी गई, तब ऊने ऊकी कोख खोली, परन्त राहेल बांझ रई।
फिन बा गरभवती भई और ऊहों एक मोंड़ा पैदा भओ; तब ऊने जा कई, “जौ सुनकें कि मैं अप्रिय आंव, यहोवा परमेसुर ने मोहों जौ भी मोंड़ा दओ।” ई लाने ऊने ऊकौ नाओं शिमौन रखो।
जौन मोय से बढ़के अपने मताई या बाप से प्रेम करत आय, बो मोरे लायक नईंयां जौन मोय से बढ़के अपने बिटवा और बिटियन से प्रेम करत आय, बो मोरे जोग नईंयां।
का तुम ने धरम शास्त्र में जौ नईं पढ़ो, कि जौन पत्थर हां कारीगरन ने बिना काम कौ साबित करो हतो, ओई पत्थर सबसे जरूरी हो गओ हतो?
जदि कोऊ मोरे ऐंगर आबे, और अपने बाप और मताई और अपनी ब्यावता और बच्चन और भाईयन और बहनों और अपने प्रान को सोई अप्रिय न जाने, तो बो मोरो चेला नईं हो सकत।
जौन अपने प्राण हां प्यारो जानत आय, बो ऊहां खो देत आय; और जौन अपने प्राण हां ई जगत में प्यारो नईं जानत आय; बो ऊहां अनन्त जीवन लौ बचाए धर है।