मैं तुम से सांची सांची कहत आंव, जौन मोरो बचन सुनके मोरे पठैबेवाले पे भरोसा करत आय, अनन्त जीवन ऊ को आय, और ऊ पे दण्ड कौ हुकुम नईं हुईये, परन्त बो मृत्यु से पार होकें जीवन में पिड़ चुको आय।
जैसो एक मान्स के पाप करबे कौ फल भओ, ऊंसई दान की दसा नईं, कायसे एकई के काजें दण्ड के हुकम कौ फैसला भओ, परन्त बिलात पापन के काजें ऐसो बरदान पैदा भओ, कि मान्स धरमी ठैरें।
जदि ओई कौ आत्मा जीने यीशु हां मरे भयन में से जिलाओ तुम में बसो आय; तो जीने मसीह हां मरे भयन में से जिलाओ, बो तुमाई मिटबेवारी देयां हां सोई अपने आत्मा से जौन तुम में बसो आय जिला है।
फिन को आय जौन दण्ड़ कौ हुकम दै है? मसीह बो आय जौन मर गओ और मरे भयन में से जी सोई उठो, और परमेसुर के दायें हाथ कुदाऊं आय, और हमाए लाने बिन्तवाई सोई करत आय।