20 जदि मैं ओई करत आंव, जी की मन्सा नईं करत, तो ऊ को करबेवारो मैं न रहो, परन्त पाप जौन मोय में बसो आय।
ई लाने कोऊ इन हल्की से हल्की कौनऊं एक आज्ञा हां तोड़े, और ऐसई सीख दूसरन हां दे, बो परमेसुर के राज्य में सब से हल्को कहा है; परन्त जौन ऊको मान है और दूसरन हां सोऊ सिखा है, बो परमेसुर के राज्य में बड़ो कहा है।
तो ऐसी दसा में ऊकौ करबेवारो मैं नईं, परन्त पाप आय, जो मोय में बसो है।