ई लाने हे भईया हरौ, जदि मैं तुमाए ऐंगर आके दूसरी भाषा में बात करों, और बुद्धमानी, या ज्ञान समज, या अगमवानी, या उपदेस की बातें तुम से न कओं, तो तुम हां मो सें का फायदा हुईये?
पर तुम एक नबेरो भओ वंस, और राजपद अधकारी, याजकन कौ समाज, और पवित्तर लोग, और पवित्तर मान्स और परमेसुर की निज परजा आव, ई लाने कि जीने तुम हां अंधयारे में से अपनी जोत में बुलाओ आय, ऊके गुण परगट करो।
बा बेरा आ पोंची आय, कि पेंला परमेसुर के मान्सन कौ न्याय करो जाए, जब न्याय कौ शुरू हमई से हुईये, तो उनकौ का अन्त हुईये जौन परमेसुर के भले सन्देसे हां नईंर् मानत आंय।