का तुम नईं जानत, जीकौ हुकम मानबे हां तुम अपने आप हां चाकर घांई सौंप देत आव, ओई के चाकर आव: और जी की मानत आव, चाए पाप के, जीसे मौत मिलत आय, चाए हुकम मानबे से, जीकौ अन्त धार्मिकता आय।
जदि ओई कौ आत्मा जीने यीशु हां मरे भयन में से जिलाओ तुम में बसो आय; तो जीने मसीह हां मरे भयन में से जिलाओ, बो तुमाई मिटबेवारी देयां हां सोई अपने आत्मा से जौन तुम में बसो आय जिला है।
कायसे हम पेंला, मूरख और परमेसुर की अग्या न मानबेवाले, और दुबधा में हते, और भांत भांत की चाहना करत हते, और मजा मौज चाहत हते और अदावट धरें हते, और दूसरन को बुरओ सोचत हते, और बहुत घिना हते और दूसरन से बैर मानें हते।
इनहां कोऊ बात में संतोस नईंयां, जे कुड़कुड़ात, और अपनी बुरई मन्सा से काम करत आंय; और बिलात बड़वाई की बातें करत आंय; और फायदे के लाने मों पै मान्सन की बड़वाई करत आंय।