मैं तुम से सांची सांची कहत आंव, जौन मोरो बचन सुनके मोरे पठैबेवाले पे भरोसा करत आय, अनन्त जीवन ऊ को आय, और ऊ पे दण्ड कौ हुकुम नईं हुईये, परन्त बो मृत्यु से पार होकें जीवन में पिड़ चुको आय।
तो पिरभू यीशु मसीह को रकत जौन बिलकुल बिन पाप हते, परमेसुर के सामूं निषपाप बलदान चढाओ, तो बो तुम हां बुरय काज से पूरे मन से काय न पवित्तर कर है, कि तुम जीयत परमेसुर की सेवा करो।