मैं तुम से सांची सांची कहत आंव, जौन मोरो बचन सुनके मोरे पठैबेवाले पे भरोसा करत आय, अनन्त जीवन ऊ को आय, और ऊ पे दण्ड कौ हुकुम नईं हुईये, परन्त बो मृत्यु से पार होकें जीवन में पिड़ चुको आय।
उते पोंच के उन ने मण्डली हां जमा करो और जौन कछु परमेसुर ने उनके संग्गै करो हतो, ऊहां कह सुनाओ और जौ भी कि कैसे, परमेसुर ने गैर यहूदियन के लाने भरोसे कौ द्वार खोल दओ।
तें को आय कि दूसरे के चाकर पे लांछन लगात आय? ऊकौ पक्को रैबो या गिर जाबो ऊके मालक से जुड़ो आय, और बो पक्को कर ही दओ जै है; कायसे पिरभु ऊ ए पक्को राख सकत आय।
ई लाने कि मसीह ने सोई, जाने कि अधरमी जन के लाने धरमी ने पापन के काजें एक बेर पीड़ा भोगी, जीसे हम हां परमेसुर के ऐंगर पोंचाबें: बो देयां के लेखे से मार डालो गओ, पर आत्मा के लेखे से जिलाओ गओ।
फिन मैंने सिंहासन में से कोऊ हां जा टेर लगात सुनो, कि हेर, कि परमेसुर कौ डेरा मान्सन के बीच में आय; और मान्सन उनके संग्गै रै हैं, और बे मान्सन के परमेसुर कहा हैं।