मैं तुम से सांची सांची कहत आंव, जौन मोरो बचन सुनके मोरे पठैबेवाले पे भरोसा करत आय, अनन्त जीवन ऊ को आय, और ऊ पे दण्ड कौ हुकुम नईं हुईये, परन्त बो मृत्यु से पार होकें जीवन में पिड़ चुको आय।
उन सबरन के नाओं जौन रोम में परमेसुर के प्यारे आएं और पवित्तर होबे हां बुलाए गए आएं। हमाए पिता परमेसुर और पिरभु यीशु मसीह की कुदाऊं से तुम हां दया और सान्ति मिलत रैबे।
अकेले जौ जानत आंय कि मान्स नैम पूरो करके नईं, परन्त यीशु मैं बिसवास धरके बच सकत आय, हम ने सोई मसीह पै बिसवास धरो, कि हम नैम के कानून कायदन से नईं, अकेले मसीह पे बिसवास धरे से धरमी बने; कायसे नैम के काम करबे से कोऊ जनो धरमी नईं होत।
तुम सबरे जनें यीशु मसीह की देह के मानो अंग आव और सान्ति से रैबे हां जुड़े आव, सो जानो सान्ति पिरभू से मिलत आय, ऊ तुमाए सोच हां संभाले और तुम उन हां धन्नवाद देत रओ।