12 सब भटक गए आंय, सब के सब निकम्मे बन गए, कोऊ भलाई करबेवारो नईंयां, एकऊ नईंयां।
तब यहोवा परमेसुर ने जो कछु बनाओ हतो सब हों हेरो, तौ का हेरो, कि बेजा नोंनो आय। तब संझा भई फिन भुन्सारो भओ। ई तरहां छटवों दिना हो गओ।
और ई आलसी चाकर हां बायरें के अन्धयारे में डार दो, जिते रोबो और दांत पीसबो हुईये।
कोऊ समजवारो नईंयां; कोनऊं परमेसुर कौ खोजी नईंयां।
उन कौ गला खुली भई कबर आय: उन ने अपनी अपनी जीभ से छल करो आय: उन के होठों में सांपन कौ विष आय।
पेंला हम सोई अपने मन की मरजी पै चलबेवारे हते, और मन की मरजी पूरी करत हते, हमाए काज नास होबे वारन जैसे हते।
कि बो तो पेंला मोरे कोऊ काम को नईं हतो, परन्त अब तो तोरे और मोरे दोई के लाने बड़े काम को आय।
कायसे तुम पेंला हिरानी भई गाड़रन घांई हते, पर अब अपने प्रानो के रखनवारे और परधान के ऐगर फिन आ गए आव।