कायसे हम पेंला, मूरख और परमेसुर की अग्या न मानबेवाले, और दुबधा में हते, और भांत भांत की चाहना करत हते, और मजा मौज चाहत हते और अदावट धरें हते, और दूसरन को बुरओ सोचत हते, और बहुत घिना हते और दूसरन से बैर मानें हते।
परन्त जो डरपोकों, और बिसवास नईं करबेवारे, और मलिच्छ, और हत्यारे, और परतिरिया संगत करबेवारो, और टोना टोटका करबेवारो, और मूरत हां पूजबेवारो, और सब झूठ कौ भाग ऊ झील में मिल है, जो आग और गंधक से जलत रैत आय: जा दूसरी मौत आय।
परन्त कुत्ता, और टोना टोटका करबेवारे, परतिरिया संगत करबेवारे, हत्या करबेवारे, मूर्ती पूजा करबेवारे, और झूठ बोलबे की चाहना करबेवारे और झूट बनाबेवारे बायरें रै हैं।