25 जदि तें नैम व्यवस्था के अनसार चले, तो खतने से लाभ तो आय, पर जदि तें नैम व्यवस्था अनसार न चले, तोरो खतना बिन खतना के समान ठैरो।
जैसो तुमाए बाप दादे करत हते, तुम सोई करत आव।
(कायसे परमेसुर के इते नेम व्यवस्था सुनबेवारे धरमी नईं, परन्त परमेसुर के इते नैम व्यवस्था पे चलबेवारे धरमी ठैराए जै हैं।
तें जौन नेम व्यवस्था के विषय में घमण्ड करत आय, का नैम व्यवस्था अनसार न चलकें, परमेसुर कौ अनादर करत आय?
ई लाने जदि बिना खतनावारो मान्स नैम व्यवस्था हां पूरो पूरो माने, तो का ऊ की बिन खतनावारी दसा खतना भए मान्स बिरोबर न मानी जै है?
और जौन मान्स जाति के कारन बिन खतना के रओ, जदि बो नैम व्यवस्था हां पूरो करै, तो का तोय जौन लिखित नैम व्यवस्था आय और खतना करे जाबे पे लौ नैम व्यवस्था हां नई मानत आय, तोहां दोसी न ठैरा है?
कायसे यहूदी ऊ नईंयां, जौन उजागर में यहूदी जाने जात आंय; और न ऊ खतना आय, जौन उजागर में आय, और देयां में आय।
न तो खतना कछु आय, और न ऊं सई बिना खतनावारो परन्त परमेसुर कौ हुकम मानबो सबई कछु आय।
कायसे खतना कराबेवारे खुद नैम में नईं चलत, अकेले तुमाओ खतना ईसे चाहत आंय, कि तुम पै हो बड़वाई मारें।
कायसे न खतनावारे, और जौन को खतना नईं भओ कछु आंय, केवल जौन नए बन गए।