5 ई लाने आधीन रैबो न केवल न्याय के डर से जरूरी आय परन्त बुद्धि समज सोई जरूरी आय, विवेक सोई जाई गवाय देत आय।
ई लाने मैं भी परमेसुर और मान्सन के आंगू अपनी सोच हां निरदोस बनाए धरबे की सदा कोसिस करत आंव।
ई लाने टैक्स सोई दो, कायसे बे परमेसुर के सेवक आंय, और हमेसा ऐई काम में लगे रैत आंय।
हमाए काजें बिन्तवारी करत रईयो, हमाओ जी ठीक ठाक आय; और हम अपने जीवन में अच्छो रहो चाहत आंय।
कायसे जदि कोई परमेसुर कौ बिचार कर के अन्याय से पीड़ा उठात भओ दुख सहत आय, तो जौ बिलात नोंनो आय।
और अपनी समज सोई सुद्ध राखो, ई लाने कि जिन बातन के बारे में तुमाई बदनामी होत आय, उन के बारे में बे जौन तुमाए मसीही साजे चाल चलन कौ अपमान करत आंय लज्जित होबें।