20 परन्त जदि तोरो बैरी भूखो होबै, तो ऊ ए खाना खबा; जदि प्यासो होबै, तो ऊ ए पानी पिबा; कायसे ऐसो करबे से तें ऊके मूड़ के ऊ परै आग के अंगारन कौ ढेर लगा है।
तब यूसुफ ने हुकम दओ कि उनके बोरा अन्न सें भरो और एक-एक जन के बोरा में उनके रुपईया भी रख देओ, फिन उनकी गैल के लाने भोजनबस्त देओ। सो उनके संगै एैसई करो गओ।
पर मैं तुम से कैत आंव, कि अपने बैरियन से प्रेम रखियो और जो तुम हां परेसान करै उन के लाने बिन्तवाई करियो।
सो अब मैं तुम सुनबेवारन से कहत आंव, कि अपने बैरियन से प्रेम राखौ; जौन तुम से बैर करें, उन कौ भला करौ।
बुराई से न हारो परन्त भलाई से बुराई हां जीत लेओ।