बे हम में से निकले हते परन्त सांचई हम में के नईं हते; कायसे हमाए बीच के होते, तो हमाए संग्गै रैते, उन के निकल जाबे से पता पड़त आय कि बे हमाए बीच के न हते।
सो अब चेत जा, कि तें किन बातन में गिरो और फिन से बेई काज कर जौन तें पेंला करत हतो; कायसे तें पेंला जैसे काज न कर है, तो मैं तोरे ऐंगर आहों और तोरी दीवट हां उते से हटा देंहों।