उए परमेसुर ने ऊके रकत के काजें एक ऐसो दाम ठैरा दओ, जौन बिसवास करबे से काम करत आय, कि जौन पाप पेंला करे गए, और परमेसुर ने सहनकर उन पे गौर नईं करो; उन के लाने बो अपनी धार्मिकता उजागर करे।
पुत्तर परमेसुर पिता की जस की जोत और उनके जैसो आय, और बेई अपने बल से धरती हां संभाले आंय: बे मान्सन के पापन हां धोके परमेसुर महान के दाएं हाथ पै जा बैठे।
बिसवास धर के नूह ने जौन बात ऊ बेरा न दिखात हती, जब कहो गओ तो साजे मन से अपने घर के लोगन हां बचाबे हां एक बड़ी नाव बनाई, और संसार के दूसरे जनों पै न्याय आ गओ और बे डूब मरे; और नूह हां अपने बिसवास से आसीस मिली।