32 बे औरें परमेसुर कौ नैम कानून जानत आंय, कि जौन भांत-भांत के काम करत आंय बे मारे जाबे के जोग आंय, फिन भी बे ऐसे बुरए काम करत आंय, परन्त ऐसे काम करबेवारन से खुस होत आंय।
ई काजें कि बे परमेसुर हां जानत हते, तो भी उन ने परमेसुर की बड़वाई और धन्नबाद नईं करो, परन्त अपने हियन से बेकार के सोच विचार करन लगे, और उन कौ अज्ञानी मन अंधेरो हो गओ।