पर मैं तुम से जौ कहत आंव कि जौन कोनऊं ब्याभिचार के कारन अपनी घरवारी हां छोड़ छुट्टी देत आय, तो बो ऊसे ब्याभिचार करात आय; और जो कोऊ छोड़ छुट्टी वारी से ब्याव करत आय, बो सोऊ ब्याभिचार करत आय।
कायसे हम पेंला, मूरख और परमेसुर की अग्या न मानबेवाले, और दुबधा में हते, और भांत भांत की चाहना करत हते, और मजा मौज चाहत हते और अदावट धरें हते, और दूसरन को बुरओ सोचत हते, और बहुत घिना हते और दूसरन से बैर मानें हते।